ओम कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणत:। क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः।।

शरद पूर्णिमा के दूसरे दिन सुबह खाली पेट खीर खाने से व्यक्ति होता है निरोगी -

 


शरद पूर्णिमा के दूसरे दिन सुबह खाली पेट खीर खाने से व्यक्ति होता है निरोगी -



सोनभद्र -

आज शरद ऋतु का पहला शरद पूर्णिमा है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात्रि में चंद्रमा से अमृत की बूंद गिरती है। इसलिए गाय के दूध से बनी खीर को चांदी के पात्र में रखकर अथवा किसी भी पात्र में रखकर खीर में चांदी का सिक्का, चांदी की चम्मच अथवा कोई भी चांदी का जेवर डालकर चाँदनी रात में खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। रात्रि में चंद्रमा से वर्ष में सिर्फ एकबार शरद पूर्णिमा की रात में अमृत की बूंद गिरती है। सुबह उस खीर को प्रसाद के रूप में खाली पेट सबसे पहले एक चम्मच भी खीर जिसने खा लिया , मान्यता है कि एक वर्ष भर तक व्यक्ति निरोगी काया प्राप्त कर लेता है। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात्रि में गाय के दूध से बनी खीर को चांदनी रात में खुले आसमान के नीचे जरूर रखें और सुबह खाली पेट खीर का प्रसाद जरूर ग्रहण करें। ताकि चन्द्रमा से गिरी अमृत बूंद का पान कर सभी लोग निरोगी बन सकें। इस क्रिया के पश्चात खीर खाने वालों के ऊपर श्रीमन्नारायण की कृपा बरसती है और व्यक्ति निरोगी काया प्राप्त कर लेता है। 

Delhi 34 news report by Rajesh Pathak


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