ओबरा नगर पंचायत में शुद्ध पेयजल संकट गहराया, मचा हाहाकार, नगर प्रशासन बेखबर
👉 आपूर्ति पाइपलाइन से आ रहा बदबूदार गंदा पानी, नगर वासी गंदा पानी पीने को मजबूर
👉 गंदा पानी पीने से संक्रमण रोग फैलने की आशंका, आक्रोशित नगर वासियों ने उठाई शुद्ध पेयजल जल की मांग
ओबरा ( सोनभद्र )
नगर पंचायत ओबरा की तरफ से नगरवासी को दूषित पानी पीने को मजबूर किया जा रहा है।बदबूदार दूषित पानी पीने से नगरवासी बेहद भयभीत हैं। इस संबंध में नगर वासियों ने बताया कि पूरे नगर में गंदा बदबूदार पेयजल आपूर्ति किया जा रहा है। जिससे लोगों में नाना प्रकार की बीमारियां फैलने की आशंका उत्पन्न हो गई है। बार-बार शिकायत के बाद भी नगर प्रशासन बेखबर है। यहां बताना आवश्यक है कि नगर पंचायत ओबरा को रोग मुक्त बनाने का सपना दिखाने वाले लोग नगर की जनता को दूषित बदबूदार गंदा पानी पीने को मजबूर कर दिए हैं। शुद्ध पेयजल के मद्देनजर भाजपा नेता वीरेंद्र मित्तल व अनमोल सहित दर्जनों नगर वासियों ने बताया कि यह दूषित गंदा पानी लगभग 2 महीने से नगर में आपूर्ति किया जा रहा है।
जिससे लोग को गंदा पानी पीने को या बाहर से 20 रुपए प्रति गैलन पानी क्रय करने को मजबूर है। यह क्रिया विगत दो माह से चल रहा है। पेय जल समस्या एक गंभीर समस्या है, इस ओर नगर प्रशासन का ध्यान कई बार नगर वासियों ने आकर्षित किया गया। फिर भी नगर पंचायत प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा। इससे नगरवासियों में आक्रोश देखा जा रहा है। इस संबंध में लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए नगर पंचायत को चेतावनी दिया है कि यदि शीघ्र शुद्ध पेय जल समस्या का समाधान नहीं किया गया तो नगर वासी कभी भी लोकतांत्रिक विरोध, धरना - प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। धरना प्रदर्शन के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की समस्त जिम्मेदारी नगर पंचायत की होगी।
Delhi 34 news report by Vinod Mishra
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