ओम कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणत:। क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः।।

गृहे गृहे संस्कृतम् योजना के सरल संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षाओं का हुआ ऑनलाइन उद्घाटन


 गृहे गृहे संस्कृतम् योजना के सरल संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षाओं का हुआ ऑनलाइन उद्घाटन

सोनभद्र। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ द्वारा संचालित गृहे गृहे संस्कृतम् योजना के अंतर्गत फरवरी मासीय बारह दिवसीय संस्कृत शिक्षण शिविर केंद्रों का उद्घाटन आभाषिक पटल पर सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण 03 फरवरी 2025 से 17 फरवरी 2025 तक संचालित होगा। इस प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 54 प्रशिक्षक सरल संस्कृत भाषा शिक्षण कक्षा का संचालन करेंगे। निदेशक श्री विनय श्रीवास्तव ने कहा कि गृहे-गृहे संस्कृतम् योजना संस्थान की विशिष्ट योजना है जो लघु-लघु छात्रों के लिए प्रेरणादायी, तथा संस्कृत भाषा में व्यवहारिकता प्रदान करने में कारगर सिद्ध हो रही है। भविष्य में यह भाषा घर-घर की भाषा बनेगी ऐसा विश्वास है।  संस्थान के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी  दिनेश मिश्र ने कहा कि गृहे गृहे संस्कृतम् योजना के शिक्षकों के अथक प्रयास से यह योजना पुष्पित हो रही है। समाज में व्याप्त भ्रान्ति है कि संस्कृत भाषा कठिन है। यह भ्रान्ति गृहे गृहे संस्कृतम् योजना के द्वारा समाप्त हो रही है। किसी को भी यदि ऐसा प्रतीत हो रहा हो कि संस्कृत भाषा कठिन है तो वह आंनलाइन संस्कृत सम्भाषण योजना तथा गृहे गृहे संस्कृतम् योजना में जुड़कर संस्कृत भाषा को सरल रीति सीख सकता है।


समन्वयक धीरज मौठाणी ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान की गृहे गृहे संस्कृतम् योजना जनपद ही नही ग्रामीण स्तर पर संचालित होकर पूरे प्रदेश में संस्कृत का प्रचार-प्रसार हो रहा है। सरल सस्कृत भाषा का प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त सतत् अभ्यास अपेक्षित है, जिससे व्यवहारिक रूप से संस्कृत भाषा का परिमार्जन होता रहे। 

योजना समन्वयक डॉ0 अनिल गौतम ने योजना का विषयोपस्थापन के साथ समागत का स्वागत  किया। उन्होने कहा कि इस योजना से संस्कृत को सीखे ही नहीं अपितु इसे आचरण में लाने की महती आवश्यकता है। भारत की संस्कृति की सार्थकता संस्कृत भाषा में ही नीहित है। समन्वयक  दिव्यरंजन ने समागतों का धन्यवाद ज्ञापित किया। रंजन ने कहा कि संस्कृत भाषा भारतीयो के लिए संस्कृतिः और संस्कार का समन्वित रूप है जो जीवन को सुसभ्य बनाती है।  उद्घाटन-सत्र में कार्यलय के कर्मचारी  महेन्द्र पाठक,  नितेश श्रीवास्तव,  पूनम मिश्रा,  ऋषभ पाठक, शान्तनु मिश्र,  शिवम गुप्ता आदि मौजूद रहें। समन्वयिका सुश्री राधा शर्मा सहित ऑनलाइन संभाषण योजना के प्रशिक्षक उपस्थित रहें। मंच संचालन आनलाइन प्रशिक्षिका कुशल संचालिका श्री मती स्तुति गोस्वामी जी ने किया । कार्यक्रम का आरम्भ सरस्वती वन्दना से हुआ जिसका वाचन प्रशिक्षिका आस्था शुक्ला ने किया। संस्थान गीतिका प्रशिक्षिका नीलाक्षी श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया। प्रशिक्षक आनन्द पासवान ने शान्तिमंन्त्र के द्वारा कार्यक्रम का समापन किया।

इस अवसर पर  जनपद के रजा मीमोरियल पब्लिक स्कूल पगिया विद्यालय में प्रधानाध्यापक शरीफ खान ने दीप प्रज्वलित कर तथा सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण द्वारा कक्षाओं का शुभारंभ किया। उद्घाटन-सत्र में प्रधानाचार्य सहित सभी शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं समुपस्थित रहे। केंद्र संचालन संस्थान के शिक्षक राकेश कुमार त्रिपाठी ने किया।

Delhi 34 news report by chandra mohan Shukla

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